यूजीसी नेट (UGC NET) भारत में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सहायक प्रोफेसर बनने और जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) प्राप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है। हर साल लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में शामिल होते हैं, और उनके प्रदर्शन का मूल्यांकन कट ऑफ मार्क्स के आधार पर किया जाता है। कट ऑफ मार्क्स वह न्यूनतम स्कोर है जो उम्मीदवार को परीक्षा में उत्तीर्ण होने और पात्रता हासिल करने के लिए प्राप्त करना आवश्यक होता है।
यूजीसी नेट कट ऑफ विभिन्न श्रेणियों जैसे जनरल, ओबीसी, एससी, एसटी आदि के लिए अलग-अलग निर्धारित की जाती है। इसके अलावा, इसे विषयवार भी जारी किया जाता है ताकि उम्मीदवार अपनी योग्यता का सही आकलन कर सकें। इस लेख में हम यूजीसी नेट कट ऑफ 2025 की विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे, जिसमें श्रेणीवार और विषयवार कट ऑफ शामिल हैं।
यूजीसी नेट कट ऑफ क्या है?
यूजीसी नेट 2025 | आंकड़े |
पंजीकृत उम्मीदवारों की संख्या | 8,49,166 |
परीक्षा में उपस्थित उम्मीदवार | 6,49,490 |
JRF और सहायक प्रोफेसर के लिए योग्य | 5,158 |
सहायक प्रोफेसर और पीएचडी प्रवेश के लिए योग्य | 48,161 |
केवल पीएचडी के लिए योग्य | 1,14,445 |
यूजीसी नेट कट ऑफ श्रेणीवार
यूजीसी नेट कट ऑफ श्रेणीवार अलग-अलग होती है। नीचे विभिन्न श्रेणियों के लिए न्यूनतम अर्हता अंक दिए गए हैं:
- जनरल (अनारक्षित): 40%
- ओबीसी (नॉन-क्रीमी लेयर), एससी/एसटी, पीडब्ल्यूडी और ट्रांसजेंडर: 35%
यह न्यूनतम अर्हता अंक केवल परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए आवश्यक हैं। हालांकि, वास्तविक कट ऑफ मार्क्स इससे अधिक हो सकते हैं क्योंकि यह प्रतिस्पर्धा और सीटों की उपलब्धता पर निर्भर करता है।
यूजीसी नेट विषयवार कट ऑफ
विषय | श्रेणी | JRF | सहायक प्रोफेसर | केवल पीएचडी |
हिंदी | जनरल | 218 | 196 | 170 |
ओबीसी | 210 | 182 | 156 | |
ईडब्ल्यूएस | 210 | 182 | 152 | |
एससी | 200 | 172 | 150 | |
एसटी | 192 | 162 | 142 | |
राजनीति विज्ञान | जनरल | 234 | 210 | 184 |
ओबीसी | 226 | 196 | 168 | |
ईडब्ल्यूएस | 226 | 196 | 164 | |
एससी | 212 | 184 | 160 | |
एसटी | 208 | 180 | 158 |
पिछले वर्षों की यूजीसी नेट कट ऑफ ट्रेंड
विषय | श्रेणी | जून 2024 | दिसंबर 2023 |
हिंदी | जनरल | 99.77 | 184 |
राजनीति विज्ञान | जनरल | 99.73 | 216 |
इतिहास | जनरल | 99.79 | 204 |
यूजीसी नेट पासिंग मार्क्स का महत्व
यूजीसी नेट पासिंग मार्क्स का महत्व निम्नलिखित कारणों से होता है:
- पात्रता निर्धारण: यह तय करता है कि कौन उम्मीदवार सहायक प्रोफेसर या JRF के लिए योग्य होगा।
- प्रतिस्पर्धा: उच्च कट ऑफ मार्क्स प्रतिस्पर्धा को दर्शाते हैं।
- तैयारी रणनीति: पिछले वर्षों की कट ऑफ को देखकर उम्मीदवार अपनी तैयारी को बेहतर बना सकते हैं।
निष्कर्ष
यूजीसी नेट परीक्षा भारत में उच्च शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके कट ऑफ मार्क्स उम्मीदवारों को उनकी योग्यता और प्रतिस्पर्धा का सही आकलन करने में मदद करते हैं।
Disclaimer: यह लेख यूजीसी नेट कट ऑफ और पासिंग मार्क्स पर आधारित जानकारी प्रदान करता है। यह पूरी तरह से वास्तविक डेटा पर आधारित है और इसे आधिकारिक स्रोतों से लिया गया है।