Railway Ticket New Rule: RAC टिकट से मिलेगा Confirm Seat या नहीं? जानें पूरा अपडेट

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भारतीय रेलवे में यात्रा करने वाले यात्रियों को अक्सर RAC टिकट का सामना करना पड़ता है। RAC का पूरा नाम Reservation Against Cancellation है, जिसका अर्थ है कि यह टिकट तब जारी किया जाता है जब किसी ट्रेन में कन्फर्म सीटें उपलब्ध नहीं होतीं लेकिन वेटिंग लिस्ट से बेहतर स्थिति होती है। इस प्रकार के टिकट पर यात्री को ट्रेन में यात्रा की अनुमति दी जाती है, लेकिन उसे पूरी सीट नहीं मिलती।

इसके बजाय, एक बर्थ को दो यात्रियों के बीच साझा किया जाता है।RAC टिकट धारक को ट्रेन में साइड लोअर सीट दी जाती है, जिसे वह दूसरे यात्री के साथ साझा करता है। यदि यात्रा से पहले या यात्रा के दौरान कोई कन्फर्म टिकट रद्द हो जाती है, तो RAC टिकट कन्फर्म हो सकता है और यात्री को पूरी सीट मिल सकती है। यह व्यवस्था यात्रियों को यात्रा की सुविधा प्रदान करती है, भले ही उनकी टिकट कन्फर्म न हो।

RAC टिकट का संक्षिप्त विवरण

विवरणजानकारी
पूरा नामReservation Against Cancellation (रद्दकरण पर आरक्षण)
सीट आवंटनआधी सीट (साइड लोअर बर्थ)
कन्फर्म होने की संभावनायात्रा से पहले या दौरान कन्फर्म हो सकती है
साझा सीटदो यात्रियों द्वारा साझा की जाती है
सुविधाएंट्रेन में यात्रा की अनुमति
फायदावेटिंग लिस्ट से बेहतर विकल्प
नुकसानपूरी सीट न मिलना
नया नियमएसी कोच में बेड रोल किट

RAC टिकट के फायदे

RAC टिकट कई कारणों से वेटिंग लिस्ट से बेहतर माना जाता है। इसके कुछ प्रमुख फायदे निम्नलिखित हैं:

  • यात्रा की अनुमति: RAC टिकट धारक को ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति होती है, जबकि वेटिंग लिस्ट वाले यात्री को यात्रा करने की अनुमति नहीं होती।
  • कन्फर्म होने की संभावना: यदि कोई कन्फर्म टिकट रद्द हो जाती है, तो RAC टिकट कन्फर्म हो सकता है और यात्री को पूरी सीट मिल सकती है।
  • कम जोखिम: वेटिंग लिस्ट के मुकाबले RAC टिकट पर यात्रा करने का जोखिम कम होता है।
  • आधिकारिक सीट: यात्री को आधी सीट दी जाती है, जो वेटिंग लिस्ट के मुकाबले अधिक सुविधाजनक होती है।
  • बेहतर विकल्प: यह उन यात्रियों के लिए एक बेहतर विकल्प होता है जो अपनी यात्रा सुनिश्चित करना चाहते हैं।

RAC टिकट के नुकसान

हालांकि RAC टिकट कई मामलों में फायदेमंद होता है, लेकिन इसके साथ कुछ कमियां भी जुड़ी होती हैं:

  • पूरी सीट नहीं मिलती: यात्री को केवल आधी सीट दी जाती है, जिसे उसे दूसरे यात्री के साथ साझा करना पड़ता है।
  • आरामदायक यात्रा नहीं: पूरी सीट न मिलने के कारण यात्रियों को आरामदायक यात्रा का अनुभव नहीं होता।
  • सोने में असुविधा: आधी सीट पर सोने में कठिनाई होती है, खासकर लंबी दूरी की यात्रा में।
  • अतिरिक्त शुल्क: यात्रियों को पूरी राशि देनी पड़ती है, भले ही उन्हें केवल आधी सीट मिले।

RAC टिकट से जुड़े नए नियम

भारतीय रेलवे ने हाल ही में RAC टिकट धारकों के लिए कुछ नए नियम लागू किए हैं:

  1. बेड रोल किट: अब एसी कोच में RAC यात्रियों को पूरी बेड रोल किट दी जाएगी। इसमें चादर, तकिया और कंबल शामिल हैं।
  2. ऑनलाइन सीट चयन: RAC यात्री अब IRCTC वेबसाइट या ऐप पर अपनी पसंद की सीट चुन सकते हैं।
  3. समय सीमा: यात्रा शुरू होने से 4 घंटे पहले तक सीट चयन किया जा सकता है।
  4. कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं: इस सुविधा के लिए कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।

RAC और वेटिंग लिस्ट का तुलना

विशेषताRACवेटिंग लिस्ट
यात्रा की अनुमतिहांनहीं
सीट आवंटनआधी (साझा)कोई सीट नहीं
कन्फर्म होने की संभावनाअधिककम
आरामदायकतामध्यमनहीं

RAC टिकट धारकों के लिए सुझाव

यदि आप RAC टिकट पर यात्रा कर रहे हैं, तो निम्नलिखित सुझावों का पालन करें:

  • अपनी यात्रा के दौरान टीटीई से संपर्क करें ताकि आपकी टिकट कन्फर्म हो सके।
  • यदि संभव हो तो स्लीपर क्लास या एसी क्लास चुनें ताकि आपको बेहतर सुविधाएं मिल सकें।
  • IRCTC ऐप पर अपनी बुकिंग स्थिति नियमित रूप से चेक करें।

निष्कर्ष

RAC टिकट भारतीय रेलवे द्वारा प्रदान की गई एक महत्वपूर्ण सुविधा है जो यात्रियों को वेटिंग लिस्ट से बेहतर विकल्प देती है। हालांकि इसमें कुछ असुविधाएं हो सकती हैं, लेकिन यह उन यात्रियों के लिए एक अच्छा समाधान साबित होता है जिनकी टिकट कन्फर्म नहीं होती।

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Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। रेलवे नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। कृपया नवीनतम जानकारी के लिए भारतीय रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या हेल्पलाइन से संपर्क करें।

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