PM Kisan 18th Installment 2024: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM-KISAN) भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जो किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, पात्र किसान परिवारों को हर साल 6,000 रुपये की राशि दी जाती है। यह राशि तीन किस्तों में, हर चार महीने में 2,000 रुपये के रूप में, सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है।
इस योजना का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय बढ़ाना और उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करना है। यह पैसा किसानों को खेती के लिए जरूरी सामान खरीदने और अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने में मदद करता है। अब तक, सरकार ने इस योजना के 17 किस्त जारी किए हैं और 18वां किस्त जल्द ही आने वाला है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, जिसे PM-KISAN के नाम से भी जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा 1 दिसंबर 2018 को शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है।
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना |
शुरू होने की तारीख | 1 दिसंबर 2018 |
लाभार्थी | छोटे और सीमांत किसान |
सालाना सहायता राशि | 6,000 रुपये |
किस्तों की संख्या | 3 (हर 4 महीने में) |
प्रति किस्त राशि | 2,000 रुपये |
वित्त पोषण | 100% केंद्र सरकार द्वारा |
लाभार्थियों की संख्या | लगभग 9.3 करोड़ किसान |
18वें किस्त की संभावित तारीख | 5 अक्टूबर 2024 |
PM-KISAN 18वां किस्त की जानकारी
PM-KISAN योजना का 18वां किस्त जल्द ही जारी होने वाला है। इस किस्त के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारी इस प्रकार है:
- किस्त की संभावित तारीख: 5 अक्टूबर 2024
- किस्त की राशि: 2,000 रुपये प्रति किसान
- लाभार्थियों की अनुमानित संख्या: 9.3 करोड़ से अधिक किसान
- कुल राशि: लगभग 18,000 करोड़ रुपये
पात्रता मानदंड
PM-KISAN योजना के 18वें किस्त के लिए पात्र होने के लिए, किसानों को निम्नलिखित मानदंडों को पूरा करना होगा:
- किसान का भारत का स्थायी निवासी होना चाहिए
- किसान के पास खेती योग्य जमीन होनी चाहिए
- किसान का नाम भूमि रिकॉर्ड में दर्ज होना चाहिए
- किसान का e-KYC पूरा होना चाहिए
- किसान का बैंक खाता आधार से लिंक होना चाहिए
अपात्र श्रेणियां
कुछ श्रेणियों के लोग इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं:
- संस्थागत भूमि धारक
- वर्तमान या पूर्व संवैधानिक पदों के धारक
- वर्तमान या सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारी (श्रेणी IV कर्मचारियों को छोड़कर)
- 10,000 रुपये या उससे अधिक मासिक पेंशन पाने वाले सेवानिवृत्त लोग
- पिछले आकलन वर्ष में आयकर का भुगतान करने वाले व्यक्ति
- डॉक्टर, इंजीनियर, वकील, चार्टर्ड एकाउंटेंट जैसे पेशेवर
e-KYC की आवश्यकता
18वें किस्त का लाभ उठाने के लिए, किसानों को अपना e-KYC पूरा करना अनिवार्य है। e-KYC के तीन तरीके हैं:
- OTP आधारित e-KYC (PM-KISAN पोर्टल और मोबाइल ऐप पर उपलब्ध)
- बायोमेट्रिक आधारित e-KYC (कॉमन सर्विस सेंटर और राज्य सेवा केंद्रों पर उपलब्ध)
- चेहरा प्रमाणीकरण आधारित e-KYC (PM-KISAN मोबाइल ऐप पर उपलब्ध)
e-KYC कैसे करें
OTP आधारित e-KYC के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
- PM-KISAN की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं
- ‘Farmers Corner’ सेक्शन में जाकर e-KYC विकल्प चुनें
- अपना आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर डालें
- आपके मोबाइल पर आए OTP को दर्ज करें
- प्रक्रिया पूरी होने पर पुष्टि संदेश दिखेगा
लाभार्थी स्थिति की जांच कैसे करें
अपनी लाभार्थी स्थिति ऑनलाइन चेक करने के लिए इन चरणों का पालन करें:
- PM-KISAN की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं
- ‘Beneficiary Status’ पर क्लिक करें
- अपना आधार नंबर या बैंक खाता नंबर डालें
- ‘Get Data’ बटन पर क्लिक करें
- आपकी लाभार्थी स्थिति स्क्रीन पर दिखाई देगी
18वें किस्त के लिए तैयारी
18वें किस्त का लाभ सुनिश्चित करने के लिए किसानों को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- e-KYC प्रक्रिया पूरी करें
- बैंक खाते को आधार से लिंक करें
- आधार और बैंक खाते की जानकारी सही होने की जांच करें
- अपने खाते में DBT (Direct Benefit Transfer) सुविधा सक्रिय करें
- PM-KISAN पोर्टल पर अपनी स्थिति नियमित रूप से चेक करते रहें
योजना के लाभ
PM-KISAN योजना किसानों को कई तरह से लाभ पहुंचाती है:
- आर्थिक सहायता: हर साल 6,000 रुपये की सीधी आर्थिक मदद
- खेती में निवेश: किसान इस पैसे का उपयोग बीज, उर्वरक आदि खरीदने में कर सकते हैं
- आय में वृद्धि: नियमित आर्थिक सहायता से किसानों की आय में बढ़ोतरी होती है
- आर्थिक सुरक्षा: यह राशि किसानों को आर्थिक संकट से बचाने में मदद करती है
- कृषि उत्पादकता में वृद्धि: बेहतर संसाधनों से खेती की उत्पादकता बढ़ती है
योजना का प्रभाव
PM-KISAN योजना ने देश के कृषि क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव डाला है:
- लगभग 9.3 करोड़ किसान परिवारों को लाभ मिल रहा है
- किसानों की आय में वृद्धि हुई है
- कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिला है
- किसानों का जीवन स्तर सुधरा है