Delhi Pollution Live Updates: दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है। गुरुवार सुबह राजधानी में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 430 के खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरा दिन है जब दिल्ली का AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। प्रदूषण के इस उच्च स्तर ने शहर के निवासियों के स्वास्थ्य पर गंभीर चिंता पैदा कर दी है।
मौसम विभाग के अनुसार, कम हवा की गति और तापमान में गिरावट के कारण प्रदूषकों के फैलाव के लिए मौसम की स्थिति बेहद प्रतिकूल बनी हुई है। वाहनों से होने वाला उत्सर्जन और आसपास के राज्यों में पराली जलाने की गतिविधियां प्रदूषण के प्रमुख कारण बने हुए हैं। इसके अलावा, घने कोहरे ने स्थिति को और भी खराब कर दिया है, जिससे दृश्यता कम हो गई है और यातायात प्रभावित हुआ है।
दिल्ली में वायु प्रदूषण की वर्तमान स्थिति
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर है। यहां का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। नीचे दी गई तालिका में दिल्ली के वायु प्रदूषण की वर्तमान स्थिति का एक संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
विवरण | मान |
वर्तमान AQI | 430 (गंभीर श्रेणी) |
PM2.5 स्तर | 183 µg/m³ (WHO सीमा से 12.2 गुना अधिक) |
PM10 स्तर | 330-362 µg/m³ |
सबसे प्रदूषित क्षेत्र | वसंत विहार (AQI 1,336) |
प्रमुख प्रदूषक | वाहन उत्सर्जन, पराली जलाना |
दृश्यता | बेहद कम (घना कोहरा) |
स्वास्थ्य प्रभाव | आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ |
दिल्ली में प्रदूषण के प्रमुख कारण
दिल्ली में वायु प्रदूषण के कई कारण हैं, जिनमें से प्रमुख निम्नलिखित हैं:
- वाहनों से होने वाला उत्सर्जन: यह दिल्ली के प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण है, जो कुल प्रदूषण का लगभग 13.3% हिस्सा है।
- पराली जलाना: पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाने से निकलने वाला धुआं दिल्ली तक पहुंचता है।
- निर्माण गतिविधियां: शहर में चल रही निर्माण परियोजनाओं से उत्पन्न धूल प्रदूषण में योगदान देती है।
- औद्योगिक उत्सर्जन: दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में स्थित कारखानों से निकलने वाले धुएं से प्रदूषण बढ़ता है।
- कचरा जलाना: खुले में कचरा जलाने से भी वायु प्रदूषण बढ़ता है।
- मौसम की स्थिति: सर्दियों में तापमान कम होने और हवा की गति धीमी होने से प्रदूषक हवा में ही जमा रहते हैं।
दिल्ली में प्रदूषण के स्वास्थ्य पर प्रभाव
दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण का लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। कुछ प्रमुख स्वास्थ्य समस्याएं इस प्रकार हैं:
- श्वसन संबंधी समस्याएं: लोगों को सांस लेने में तकलीफ, खांसी और गले में खराश की शिकायत हो रही है।
- आंखों में जलन: प्रदूषित हवा से आंखों में जलन और लालिमा हो रही है।
- त्वचा संबंधी समस्याएं: कुछ लोगों को त्वचा में खुजली और एलर्जी की शिकायत हो रही है।
- दीर्घकालिक प्रभाव: लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने से फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
- बच्चों पर प्रभाव: WHO के अनुसार, दिल्ली के आधे बच्चों के फेफड़े प्रदूषण से प्रभावित हो चुके हैं।
सरकार द्वारा उठाए गए कदम
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं:
- ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP): यह एक आपातकालीन योजना है जो AQI के स्तर के अनुसार विभिन्न उपाय लागू करती है।
- वाहनों पर प्रतिबंध: ऑड-ईवन योजना के तहत वाहनों के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया जाता है।
- निर्माण गतिविधियों पर रोक: जब AQI बहुत अधिक होता है, तो निर्माण कार्यों पर रोक लगा दी जाती है।
- पराली जलाने पर नियंत्रण: किसानों को पराली न जलाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा: मेट्रो और बसों की संख्या बढ़ाई जा रही है।
- जागरूकता अभियान: लोगों को प्रदूषण के खतरों के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
नागरिकों के लिए सुरक्षा उपाय
दिल्ली के नागरिकों को प्रदूषण से बचने के लिए निम्नलिखित सावधानियां बरतनी चाहिए:
- मास्क पहनें: बाहर निकलते समय हमेशा अच्छी गुणवत्ता वाला मास्क पहनें।
- घर के अंदर रहें: जहां तक संभव हो, घर के अंदर रहें और खिड़कियां बंद रखें।
- एयर प्यूरीफायर का उपयोग: घर में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
- व्यायाम सीमित करें: बाहर व्यायाम करने से बचें, विशेषकर सुबह और शाम के समय।
- पानी का सेवन: अधिक पानी पीएं और स्वस्थ आहार लें।
- वाहनों का कम उपयोग: जहां संभव हो, सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें।
दिल्ली हवाई अड्डे पर स्थिति
दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर भी प्रदूषण और कोहरे के कारण परेशानी हो रही है:
- कम दृश्यता के कारण कई उड़ानें प्रभावित हुई हैं।
- गुरुवार सुबह 10 उड़ानों को मोड़ना पड़ा और कई उड़ानें देरी से चलीं।
- हवाई अड्डे पर कम दृश्यता प्रक्रियाएं (LVP) लागू की गई हैं।
- यात्रियों को अपनी उड़ान की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइन से संपर्क करने की सलाह दी गई है।
भविष्य की संभावनाएं
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में दिल्ली की वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार हो सकता है:
- शुक्रवार तक AQI ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आ सकता है।
- हवा की गति बढ़ने से प्रदूषकों के फैलाव में मदद मिल सकती है।
- हालांकि, अगले कुछ दिनों तक स्थिति गंभीर बनी रह सकती है।
- लंबी अवधि में, सरकार द्वारा उठाए गए कदमों से धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद है।
निष्कर्ष
दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद गंभीर है और यह शहर के निवासियों के स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा बन गया है। सरकार और नागरिकों दोनों को मिलकर इस समस्या से निपटने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। प्रदूषण को कम करने के लिए दीर्घकालिक नीतियों और तत्काल उपायों की आवश्यकता है। साथ ही, लोगों को अपने दैनिक जीवन में ऐसे बदलाव लाने होंगे जो पर्यावरण के अनुकूल हों। केवल सामूहिक प्रयासों से ही हम दिल्ली की हवा को साफ और स्वस्थ बना सकते हैं।
अस्वीकरण: यह लेख वर्तमान में उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। हालांकि, वायु प्रदूषण की स्थिति लगातार बदलती रहती है। इसलिए, पाठकों को सलाह दी जाती है कि वे नवीनतम अपडेट के लिए आधिकारिक स्रोतों और स्थानीय प्राधिकरणों द्वारा जारी सूचनाओं पर ध्यान दें। साथ ही, अपने स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी चिंता के लिए चिकित्सक की सलाह लें।