DA hike news today: केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महंगाई भत्ते (DA) और महंगाई राहत (DR) में बढ़ोतरी की उम्मीद थी। लेकिन बुधवार को हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई। इससे लाखों कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को निराशा हुई है, जो त्योहारी सीजन से पहले अपनी आय में वृद्धि की आशा कर रहे थे।
आमतौर पर सरकार साल में दो बार – जनवरी और जुलाई में – DA और DR में संशोधन करती है, हालांकि आधिकारिक घोषणाएं अक्सर बाद में की जाती हैं। पिछले साल, DA में बढ़ोतरी की घोषणा अक्टूबर के पहले सप्ताह में की गई थी। इस बार भी कर्मचारियों को उम्मीद थी कि अक्टूबर में DA बढ़ाने की घोषणा हो सकती है।
महंगाई भत्ता (DA) क्या है?
महंगाई भत्ता सरकारी कर्मचारियों को दिया जाने वाला एक अतिरिक्त भुगतान है जो मुद्रास्फीति के प्रभाव को कम करने के लिए दिया जाता है। यह कर्मचारियों के मूल वेतन के प्रतिशत के रूप में दिया जाता है। DA का उद्देश्य कर्मचारियों की क्रय शक्ति को बनाए रखना है जो मुद्रास्फीति के कारण कम हो जाती है।
DA का ओवरव्यू
विवरण | जानकारी |
वर्तमान DA दर | 50% |
अपेक्षित बढ़ोतरी | 3% |
संभावित नई दर | 53% |
लाभार्थियों की संख्या | लगभग 1 करोड़ |
पिछली बढ़ोतरी | मार्च 2024 में 4% |
बढ़ोतरी की प्रभावी तिथि | 1 जुलाई, 2024 |
अरियर की अवधि | जुलाई से सितंबर 2024 |
DA गणना का आधार | AICPI (अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक) |
DA बढ़ोतरी की उम्मीद क्यों थी?
केंद्रीय सरकारी कर्मचारियों और कामगारों के संघ ने हाल ही में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को एक पत्र लिखकर DA/DR बढ़ोतरी की घोषणा में देरी पर चिंता व्यक्त की थी। इसके अलावा:
- पिछले साल अक्टूबर के पहले सप्ताह में DA बढ़ोतरी की घोषणा की गई थी
- वर्तमान में DA दर 50% है, जिसे बढ़ाकर 53% किए जाने की उम्मीद थी
- त्योहारी सीजन से पहले कर्मचारियों को राहत देने की उम्मीद थी
- मुद्रास्फीति दर में वृद्धि के कारण DA बढ़ाने की मांग बढ़ रही थी
DA बढ़ोतरी का क्या प्रभाव होता?
अगर DA में 3% की बढ़ोतरी होती है तो इसका कर्मचारियों पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ेगा:
- मूल वेतन का 53% DA मिलेगा
- वेतन में समग्र वृद्धि होगी
- जुलाई से सितंबर 2024 तक का अरियर मिलेगा
- अन्य भत्तों जैसे मकान किराया भत्ता में भी वृद्धि होगी
- पेंशनभोगियों को भी DR में समान वृद्धि मिलेगी
DA की गणना कैसे की जाती है?
DA की गणना अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI) के आधार पर की जाती है1। यह सूचकांक विभिन्न क्षेत्रों में खुदरा कीमतों में उतार-चढ़ाव को ट्रैक करता है। DA गणना का फॉर्मूला है:
DA\%=\frac{(Average\of\AICPI\for\last\12\months-Base\Index)}{Base\Index}\times 100
जहां Base Index 7वें वेतन आयोग के अनुसार 261 है।
DA बढ़ोतरी न होने का क्या कारण हो सकता है?
DA बढ़ोतरी की घोषणा न होने के कुछ संभावित कारण हो सकते हैं:
- सरकार की वित्तीय स्थिति
- मुद्रास्फीति दर में उतार-चढ़ाव
- अन्य आर्थिक प्राथमिकताएं
- AICPI में अपेक्षित वृद्धि न होना
- प्रशासनिक या तकनीकी कारण
कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर क्या असर पड़ेगा?
DA बढ़ोतरी न होने से कर्मचारियों और पेंशनभोगियों पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ सकता है:
- वेतन में अपेक्षित वृद्धि नहीं होगी
- मुद्रास्फीति के प्रभाव से राहत नहीं मिलेगी
- त्योहारी खर्चों को पूरा करने में कठिनाई हो सकती है
- अन्य भत्तों में भी वृद्धि नहीं होगी
- घरेलू बजट प्रभावित हो सकता है
आगे क्या हो सकता है?
हालांकि इस बार DA बढ़ोतरी की घोषणा नहीं हुई, लेकिन यह संभव है कि सरकार जल्द ही इस पर निर्णय ले। कुछ संभावनाएं हैं:
- अगली कैबिनेट बैठक में DA बढ़ोतरी पर फैसला हो सकता है
- दिवाली से पहले घोषणा की जा सकती है
- जनवरी 2025 में अगली नियमित DA बढ़ोतरी हो सकती है
- सरकार DA बढ़ोतरी के बजाय अन्य राहत उपाय घोषित कर सकती है
निष्कर्ष
केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को DA बढ़ोतरी का इंतजार करना पड़ेगा। हालांकि इस बार घोषणा नहीं हुई, लेकिन उम्मीद है कि सरकार जल्द ही इस पर निर्णय लेगी। कर्मचारियों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक घोषणा का इंतजार करें और अफवाहों पर ध्यान न दें।
अस्वीकरण: यह लेख सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है। DA बढ़ोतरी पर अंतिम निर्णय सरकार द्वारा ही लिया जाएगा। कृपया किसी भी कार्रवाई से पहले आधिकारिक सूचना की प्रतीक्षा करें।