CIBIL Score New Rule by RBI 2024: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में क्रेडिट स्कोर और सिबिल रिपोर्टिंग से जुड़े नियमों में एक बड़ा बदलाव किया है। यह नया नियम 1 जनवरी 2025 से लागू होगा और इसका उद्देश्य क्रेडिट इनफॉर्मेशन की रिपोर्टिंग को और अधिक सटीक और समय पर बनाना है। इस बदलाव से उधारकर्ताओं और उधारदाताओं दोनों को फायदा होने की उम्मीद है।
इस नए नियम के तहत, बैंक और अन्य वित्तीय संस्थानों को अब हर 15 दिन में क्रेडिट इनफॉर्मेशन कंपनियों (CICs) जैसे CIBIL को क्रेडिट जानकारी रिपोर्ट करनी होगी। इससे CIBIL स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट में बदलाव तेजी से दिखाई देंगे, जिससे लोगों को अपने क्रेडिट स्कोर में सुधार का असर जल्दी देखने को मिलेगा।
CIBIL स्कोर क्या है?
CIBIL स्कोर एक व्यक्ति की क्रेडिट हिस्ट्री का 3 अंकों का नंबर है जो 300 से 900 के बीच होता है। यह स्कोर TransUnion CIBIL द्वारा किसी व्यक्ति के क्रेडिट व्यवहार और पुनर्भुगतान इतिहास के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है। उच्च CIBIL स्कोर का मतलब है कि व्यक्ति वित्तीय रूप से जिम्मेदार है और उसे लोन या क्रेडिट कार्ड मिलने की संभावना अधिक होती है।
CIBIL स्कोर न्यू रूल 2024 की मुख्य बातें
विवरण | जानकारी |
लागू होने की तिथि | 1 जनवरी 2025 |
रिपोर्टिंग अवधि | हर 15 दिन में |
लागू होने वाली संस्थाएं | बैंक और अन्य वित्तीय संस्थान |
रिपोर्ट प्राप्त करने वाली संस्थाएं | क्रेडिट इनफॉर्मेशन कंपनियां (CICs) जैसे CIBIL |
उद्देश्य | क्रेडिट इनफॉर्मेशन की सटीकता और समयबद्धता में सुधार |
लाभार्थी | उधारकर्ता और उधारदाता दोनों |
नए नियम का प्रभाव
इस नए नियम के लागू होने से कई तरह के प्रभाव देखने को मिल सकते हैं:
- तेज अपडेट: CIBIL स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट में बदलाव अब हर 15 दिन में दिखाई देंगे, जबकि पहले यह अपडेट महीने में एक बार होता था।
- बेहतर क्रेडिट आकलन: बैंक और वित्तीय संस्थान उधारकर्ताओं के क्रेडिट जोखिम का बेहतर आकलन कर पाएंगे।
- ओवर-लेवरेजिंग का कम जोखिम: उधारदाता उधारकर्ताओं द्वारा अत्यधिक ऋण लेने के जोखिम को कम कर सकेंगे।
- तेज विवाद समाधान: क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़े विवादों का समाधान अब तेजी से हो सकेगा।
- उधारकर्ताओं को लाभ: लोन चुकाने या क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान का सकारात्मक प्रभाव जल्दी दिखाई देगा।
उधारकर्ताओं के लिए फायदे
नए नियम से उधारकर्ताओं को कई तरह के फायदे होंगे:
- तेज अपडेट: लोन चुकाने या क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान का सकारात्मक प्रभाव CIBIL स्कोर पर जल्दी दिखाई देगा।
- बेहतर लोन ऑफर: अच्छे क्रेडिट व्यवहार का असर जल्दी दिखने से बेहतर लोन और क्रेडिट कार्ड ऑफर मिल सकते हैं।
- तेज विवाद समाधान: क्रेडिट रिपोर्ट में गलती होने पर उसका समाधान अब तेजी से हो सकेगा।
- क्रेडिट स्कोर में सुधार: जिम्मेदार क्रेडिट व्यवहार का असर CIBIL स्कोर पर जल्दी दिखाई देगा।
उधारदाताओं के लिए फायदे
बैंक और वित्तीय संस्थानों को भी इस नए नियम से कई लाभ होंगे:
- बेहतर जोखिम आकलन: उधारकर्ताओं के क्रेडिट जोखिम का अधिक सटीक आकलन कर पाएंगे।
- ओवर-लेवरेजिंग का कम जोखिम: उधारकर्ताओं द्वारा अत्यधिक ऋण लेने के जोखिम को कम कर सकेंगे।
- तेज निर्णय प्रक्रिया: अधिक अप-टू-डेट जानकारी के आधार पर तेजी से लोन और क्रेडिट कार्ड आवेदनों पर निर्णय ले सकेंगे।
- कम डिफॉल्ट दर: बेहतर क्रेडिट आकलन से लोन डिफॉल्ट की दर कम हो सकती है।
CIBIL स्कोर में सुधार के टिप्स
नए नियम के लागू होने के बाद अपने CIBIL स्कोर में सुधार के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
- समय पर भुगतान: क्रेडिट कार्ड बिल और लोन EMI का भुगतान हमेशा समय पर करें।
- क्रेडिट उपयोग कम रखें: अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से कम उपयोग करें।
- क्रेडिट मिक्स बनाए रखें: विभिन्न प्रकार के क्रेडिट जैसे क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन, होम लोन आदि का मिश्रण रखें।
- पुराने खाते बंद न करें: लंबे समय से चल रहे क्रेडिट खातों को बंद न करें, क्योंकि वे आपके क्रेडिट इतिहास को मजबूत बनाते हैं।
- नए क्रेडिट के लिए बार-बार आवेदन न करें: अधिक बार क्रेडिट के लिए आवेदन करने से आपका CIBIL स्कोर कम हो सकता है।
CIBIL स्कोर चेक करने का तरीका
अपना CIBIL स्कोर चेक करने के लिए इन स्टेप्स का पालन करें:
- CIBIL की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
- “Get Your CIBIL Score” पर क्लिक करें।
- अपना व्यक्तिगत विवरण जैसे नाम, जन्मतिथि, पैन कार्ड नंबर आदि भरें।
- अपना मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी दर्ज करें।
- OTP की पुष्टि करें और अपना CIBIL स्कोर देखें।
नए नियम से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
- रिपोर्टिंग अवधि: बैंक और वित्तीय संस्थानों को अब हर 15 दिन में क्रेडिट जानकारी रिपोर्ट करनी होगी।
- डेटा शेयरिंग: रिपोर्टिंग अवधि के 7 दिनों के भीतर डेटा शेयर करना होगा।
- डेटा अपडेट: क्रेडिट ब्यूरो को 5 दिनों के भीतर डेटा अपडेट करना होगा।
- लागू होने की तिथि: यह नियम 1 जनवरी 2025 से लागू होगा।
- उद्देश्य: क्रेडिट इनफॉर्मेशन की सटीकता और समयबद्धता में सुधार करना।
नए नियम का महत्व
RBI द्वारा लाए गए इस नए नियम का बहुत महत्व है:
- तेज अपडेट: CIBIL स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट में बदलाव अब हर 15 दिन में दिखाई देंगे, जो पहले महीने में एक बार होता था।
- बेहतर क्रेडिट आकलन: बैंक और वित्तीय संस्थान उधारकर्ताओं के क्रेडिट जोखिम का बेहतर आकलन कर पाएंगे।
- उधारकर्ताओं को लाभ: लोन चुकाने या क्रेडिट कार्ड बिल भुगतान का सकारात्मक प्रभाव जल्दी दिखाई देगा।
- वित्तीय अनुशासन: लोगों को अपने क्रेडिट व्यवहार पर अधिक ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
- क्रेडिट बाजार में सुधार: समग्र रूप से क्रेडिट बाजार की गुणवत्ता में सुधार होगा।
नए नियम के बाद क्या करें?
नए नियम के लागू होने के बाद आप इन बातों का ध्यान रखें:
- नियमित रूप से CIBIL स्कोर चेक करें: अब हर महीने के बजाय हर 15-20 दिन में अपना CIBIL स्कोर चेक करें।
- समय पर भुगतान पर ध्यान दें: क्रेडिट कार्ड बिल और लोन EMI का भुगतान समय पर करें, क्योंकि अब इसका प्रभाव जल्दी दिखाई देगा।
- क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियों पर नजर रखें: अपनी क्रेडिट रिपोर्ट को नियमित रूप से चेक करें और किसी भी गलती को तुरंत सुधारें।
- क्रेडिट उपयोग पर नजर रखें: अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट का 30% से कम उपयोग करें।
- नए क्रेडिट के लिए सावधानी से आवेदन करें: अधिक बार क्रेडिट के लिए आवेदन करने से बचें, क्योंकि इसका नकारात्मक प्रभाव अब जल्दी दिखाई देगा।
Disclaimer
यह लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। हालांकि इस लेख में दी गई जानकारी सही और अप-टू-डेट रखने का प्रयास किया गया है, फिर भी यह सलाह नहीं है। कृपया किसी भी वित्तीय निर्णय लेने से पहले एक योग्य वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।