झारखंड सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना शुरू की है। यह योजना राज्य के किसानों को पशुपालन में आर्थिक सहायता प्रदान करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।
योजना का विवरण
विवरण | जानकारी |
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योजना नाम | मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना |
शुरू करने वाले | झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन |
वर्ष | 2024 |
लाभार्थी | राज्य के किसान |
सब्सिडी की विशेषताएं
- दुधारू पशु खरीदने पर 50% से 90% तक सब्सिडी
- अनुसूचित जाति और जनजाति के किसानों के लिए 75% सब्सिडी
- विकलांग, विधवा और निःसंतान दंपति को विशेष प्राथमिकता
योजना के उद्देश्य
- किसानों की आय में वृद्धि करना
- पशुपालन को बढ़ावा देना
- ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना
आर्थिक लाभ
- पशु खरीद में आर्थिक सहायता
- बैंक खाते में सीधी सब्सिडी
- विभिन्न पशुपालन गतिविधियों के लिए सहायता
पशु स्वास्थ्य सुविधाएं
- पशु स्वास्थ्य के लिए एंबुलेंस सुविधा
- पशु चिकित्सा क्लीनिक की स्थापना
- 28.69 करोड़ रुपये की लागत से टीका और औषधि उत्पादन
पात्र लाभार्थी
- झारखंड राज्य के किसान
- मध्यमवर्गीय और गरीब किसान
- विकलांग व्यक्ति
- विधवा महिलाएं
- निःसंतान दंपति
आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- जाति प्रमाण पत्र
- मूल निवास प्रमाण पत्र
- विकलांगता प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
आवेदन चरण
- निकटतम पशुपालन कार्यालय में जाएं
- आवेदन फॉर्म प्राप्त करें
- सभी आवश्यक जानकारी भरें
- दस्तावेजों की प्रतियां संलग्न करें
- फॉर्म जमा करें
वित्तीय प्रावधान
- योजना के लिए 660 करोड़ रुपये का बजट
- विभिन्न पशुपालन गतिविधियों के लिए सब्सिडी
समर्थित पशुपालन गतिविधियां
- गौ पालन
- बकरी पालन
- मुर्गी पालन
- बत्तख पालन
- मछली पालन
निष्कर्ष
मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है जो उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने में मदद करेगी।
Disclaimer: मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना वास्तविक योजना है जो झारखंड सरकार द्वारा किसानों को दुधारू पशु खरीदने में 75% तक सब्सिडी प्रदान करती है। हालांकि, कुछ जिलों में लाभार्थियों ने दूध उत्पादन को लेकर शिकायतें भी की हैं.