Central Govt. Job में Joining के बाद कब मिलेगा पहला Salary Increment? जानें पूरी जानकारी

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Govt Employee Salary Increment: सरकारी नौकरी पाना हर किसी का सपना होता है। लेकिन सरकारी नौकरी मिलने के बाद कई लोगों के मन में यह सवाल आता है कि उनका पहला सैलरी इंक्रीमेंट कब मिलेगा। यह जानना बहुत जरूरी है क्योंकि इससे आपको अपने भविष्य की योजना बनाने में मदद मिलेगी। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि केंद्र सरकार की नौकरी में जॉइन करने के बाद आपका पहला सैलरी इंक्रीमेंट कब होगा और इससे जुड़ी सभी जरूरी जानकारी देंगे।

सरकारी कर्मचारियों के वेतन और भत्तों का निर्धारण वेतन आयोग की सिफारिशों के आधार पर किया जाता है। वर्तमान में 7वें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू हैं। इसके तहत सरकारी कर्मचारियों को हर साल नियमित वेतन वृद्धि मिलती है। आइए जानते हैं कि नए भर्ती हुए कर्मचारियों को पहला इंक्रीमेंट कब मिलेगा और इससे जुड़े नियम क्या हैं।

सैलरी इंक्रीमेंट क्या होता है?

सैलरी इंक्रीमेंट का मतलब होता है वेतन में वृद्धि। सरकारी नौकरी में हर साल कर्मचारियों के मूल वेतन में एक निश्चित राशि जोड़ दी जाती है। इसे ही वार्षिक वेतन वृद्धि या सैलरी इंक्रीमेंट कहा जाता है। यह वृद्धि कर्मचारी के मूल वेतन का 3% होती है। इंक्रीमेंट मिलने से कर्मचारी की सैलरी बढ़ जाती है और उसे आर्थिक लाभ मिलता है।

केंद्र सरकार की नौकरी में पहला इंक्रीमेंट

केंद्र सरकार की नौकरी में पहला सैलरी इंक्रीमेंट मिलने के नियम इस प्रकार हैं:

विवरणनियम
इंक्रीमेंट की तारीख1 जुलाई या 1 जनवरी
पात्रताकम से कम 6 महीने की सेवा पूरी करना
इंक्रीमेंट की दरमूल वेतन का 3%
नए भर्ती कर्मचारियों के लिएजॉइनिंग के 6 महीने बाद अगली 1 जुलाई या 1 जनवरी को
प्रोमोशन परप्रोमोशन की तारीख से या अगले इंक्रीमेंट की तारीख से (विकल्प के अनुसार)
इंक्रीमेंट की गणनापे मैट्रिक्स में अगले उच्च सेल पर

नए भर्ती कर्मचारियों के लिए पहला इंक्रीमेंट

  • अगर आप 2 जनवरी से 1 जुलाई के बीच जॉइन करते हैं, तो आपका पहला इंक्रीमेंट अगले साल 1 जनवरी को मिलेगा।
  • अगर आप 2 जुलाई से 1 जनवरी के बीच जॉइन करते हैं, तो आपका पहला इंक्रीमेंट अगले साल 1 जुलाई को मिलेगा।
  • इंक्रीमेंट के लिए कम से कम 6 महीने की सेवा पूरी करना जरूरी है।

उदाहरण के लिए:

  • अगर आप 15 मार्च 2024 को जॉइन करते हैं, तो आपका पहला इंक्रीमेंट 1 जनवरी 2025 को मिलेगा।
  • अगर आप 10 अगस्त 2024 को जॉइन करते हैं, तो आपका पहला इंक्रीमेंट 1 जुलाई 2025 को मिलेगा।

इंक्रीमेंट की गणना कैसे होती है?

7वें वेतन आयोग के तहत, इंक्रीमेंट की गणना पे मैट्रिक्स के आधार पर होती है। हर लेवल में कई सेल होते हैं। इंक्रीमेंट मिलने पर कर्मचारी का वेतन उसी लेवल में अगले उच्च सेल पर फिक्स किया जाता है। यह वृद्धि लगभग 3% के बराबर होती है।

उदाहरण:

  • मान लीजिए आपका वर्तमान वेतन लेवल 5 में 29,600 रुपये है।
  • इंक्रीमेंट मिलने पर आपका वेतन लेवल 5 में अगले सेल यानी 30,500 रुपये हो जाएगा।

इंक्रीमेंट से जुड़े महत्वपूर्ण नियम

  1. छुट्टी पर इंक्रीमेंट: अगर इंक्रीमेंट की तारीख पर कर्मचारी अर्जित अवकाश, अर्ध वेतन अवकाश या असाधारण अवकाश पर है, तो इंक्रीमेंट मिलेगा लेकिन उसका लाभ ड्यूटी पर लौटने के बाद ही मिलेगा।
  2. निलंबन के दौरान: निलंबन अवधि के दौरान इंक्रीमेंट नहीं मिलता है। निलंबन समाप्त होने पर पिछली तारीख से इंक्रीमेंट दिया जा सकता है।
  3. प्रोबेशन पीरियड में: प्रोबेशन पीरियड के दौरान भी इंक्रीमेंट मिलता है, बशर्ते कि 6 महीने की सेवा पूरी हो गई हो।
  4. प्रोमोशन पर: प्रोमोशन मिलने पर कर्मचारी को विकल्प दिया जाता है कि वह प्रोमोशन की तारीख से या अगले इंक्रीमेंट की तारीख से वेतन फिक्सेशन करवाए।
  5. असाधारण छुट्टी का प्रभाव: बिना मेडिकल सर्टिफिकेट के ली गई असाधारण छुट्टी इंक्रीमेंट की तारीख को आगे बढ़ा सकती है।

इंक्रीमेंट का प्रभाव

सैलरी इंक्रीमेंट मिलने से न केवल मूल वेतन बढ़ता है, बल्कि इसका प्रभाव अन्य भत्तों पर भी पड़ता है:

  • महंगाई भत्ता (DA): DA मूल वेतन के प्रतिशत के रूप में दिया जाता है। इंक्रीमेंट से मूल वेतन बढ़ने पर DA की राशि भी बढ़ जाती है।
  • मकान किराया भत्ता (HRA): HRA भी मूल वेतन के प्रतिशत के आधार पर दिया जाता है। इंक्रीमेंट से HRA में भी वृद्धि होती है।
  • परिवहन भत्ता: यह एक निश्चित राशि होती है जो वेतन स्तर पर निर्भर करती है। इंक्रीमेंट से वेतन स्तर बदलने पर इसमें भी बदलाव हो सकता है।
  • अन्य भत्ते: कुछ अन्य भत्ते जैसे नॉन-प्रैक्टिसिंग अलाउंस (NPA) भी मूल वेतन पर आधारित होते हैं। इनमें भी इंक्रीमेंट का प्रभाव देखने को मिलता है।

इंक्रीमेंट से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदु

  • इंक्रीमेंट का अधिकार: वार्षिक इंक्रीमेंट कर्मचारी का अधिकार नहीं है। यह संतोषजनक सेवा पर निर्भर करता है।
  • इंक्रीमेंट रोकना: अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत इंक्रीमेंट रोका जा सकता है।
  • अतिरिक्त इंक्रीमेंट: असाधारण कार्य के लिए कर्मचारी को अतिरिक्त इंक्रीमेंट दिया जा सकता है।
  • स्टैगनेशन इंक्रीमेंट: अगर कोई कर्मचारी अपने पे लेवल के अंतिम सेल तक पहुंच जाता है, तो उसे हर दो साल में एक स्टैगनेशन इंक्रीमेंट दिया जाता है।
  • इंक्रीमेंट की गणना: इंक्रीमेंट की गणना पूरे रुपये में की जाती है। 50 पैसे या उससे अधिक को अगले रुपये में पूरा किया जाता है।

Disclaimer: यह लेख सामान्य जानकारी के लिए है और इसे कानूनी या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। इंक्रीमेंट के नियम समय-समय पर बदल सकते हैं। सटीक और अद्यतन जानकारी के लिए कृपया अपने विभाग के मानव संसाधन अनुभाग या सरकारी आदेशों का संदर्भ लें। हर कर्मचारी की स्थिति अलग हो सकती है, इसलिए अपनी व्यक्तिगत स्थिति के बारे में स्पष्टता के लिए अपने विभाग से संपर्क करें।

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