PM Kisan Yojana 18th Installment Date: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5 अक्टूबर 2024 को महाराष्ट्र के वाशिम जिले में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त जारी करेंगे। इस किस्त के जरिए देश भर के 9.4 करोड़ से अधिक किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में 2000 रुपये की राशि भेजी जाएगी। कुल मिलाकर इस किस्त में लगभग 20,000 करोड़ रुपये का वितरण किया जाएगा।
यह योजना देश के छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता देने के लिए शुरू की गई थी। इसके तहत हर साल 6000 रुपये की राशि तीन किस्तों में दी जाती है। अब तक इस योजना के तहत 17 किस्तें जारी की जा चुकी हैं और अब 18वीं किस्त जारी होने जा रही है। इससे किसानों को खेती के खर्च और अपनी जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलती है।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना क्या है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना है जो देश के किसानों को आर्थिक सहायता प्रदान करती है। इस योजना की शुरुआत 1 दिसंबर 2018 को की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को वित्तीय सहायता देकर उनकी आय बढ़ाना है।
इस योजना के तहत पात्र किसान परिवारों को हर साल 6000 रुपये की राशि दी जाती है। यह राशि तीन किस्तों में, हर चार महीने में 2000 रुपये के हिसाब से सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाती है। इस पैसे का इस्तेमाल किसान खेती के काम और अपने घर के खर्चों के लिए कर सकते हैं।
योजना की मुख्य जानकारी इस प्रकार है:
विवरण | जानकारी |
योजना का नाम | प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना |
शुरू होने की तारीख | 1 दिसंबर 2018 |
लाभार्थी | छोटे और सीमांत किसान परिवार |
सालाना राशि | 6000 रुपये |
किस्तों की संख्या | 3 (हर 4 महीने में 2000 रुपये) |
पात्रता | 2 हेक्टेयर तक की जमीन वाले किसान |
लाभार्थियों की संख्या | लगभग 9.4 करोड़ किसान |
कुल वितरित राशि | अब तक लगभग 3.45 लाख करोड़ रुपये |
18वीं किस्त की मुख्य बातें
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 18वीं किस्त 5 अक्टूबर 2024 को जारी की जाएगी। इस किस्त से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां इस प्रकार हैं:
- किस्त जारी करने की तारीख: 5 अक्टूबर 2024
- जारी करने वाले: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
- स्थान: वाशिम जिला, महाराष्ट्र
- कुल राशि: लगभग 20,000 करोड़ रुपये
- लाभार्थी किसानों की संख्या: 9.4 करोड़ से अधिक
- प्रति किसान राशि: 2000 रुपये
इस कार्यक्रम में लगभग 2.5 करोड़ किसान वर्चुअल रूप से शामिल होंगे। इसके अलावा 732 कृषि विज्ञान केंद्र, 1 लाख से अधिक प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां और 5 लाख कॉमन सर्विस सेंटर भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
योजना के लिए पात्रता
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं। ये शर्तें इस प्रकार हैं:
- किसान के पास 2 हेक्टेयर या उससे कम जमीन होनी चाहिए।
- किसान का नाम भूमि के रिकॉर्ड में दर्ज होना चाहिए।
- किसान का आधार कार्ड और बैंक खाता होना जरूरी है।
- किसान या उसके परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए।
- किसान या उसके परिवार का कोई सदस्य पेंशन नहीं ले रहा हो (65 साल से ऊपर के किसानों को छूट)।
- किसान आयकर नहीं भरता हो।
eKYC की जरूरत
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को eKYC यानी इलेक्ट्रॉनिक नो योर कस्टमर प्रक्रिया पूरी करनी होती है। यह प्रक्रिया जरूरी है ताकि सही किसान के खाते में पैसे भेजे जा सकें। eKYC के लिए तीन तरीके हैं:
- OTP आधारित eKYC: इसे PM किसान पोर्टल पर किया जा सकता है।
- बायोमेट्रिक आधारित eKYC: इसके लिए नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर जाना होगा।
- चेहरा पहचान आधारित eKYC: यह PM किसान मोबाइल ऐप पर किया जा सकता है।
eKYC करने के लिए किसानों को अपना आधार नंबर और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर देना होता है। फिर OTP या बायोमेट्रिक या चेहरा पहचान से पुष्टि की जाती है।
किस्त की स्थिति कैसे चेक करें
किसान अपनी किस्त की स्थिति आसानी से चेक कर सकते हैं। इसके लिए ये कदम उठाने होंगे:
- PM किसान की आधिकारिक वेबसाइट pmkisan.gov.in पर जाएं।
- होमपेज पर ‘Farmers Corner’ पर क्लिक करें।
- ‘Beneficiary Status’ पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर, बैंक खाता नंबर या मोबाइल नंबर डालें।
- कैप्चा कोड डालें और ‘Get Data’ पर क्लिक करें।
- आपकी किस्त की स्थिति स्क्रीन पर दिखाई देगी।
योजना का प्रभाव
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना ने देश के किसानों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। इस योजना के कुछ प्रमुख प्रभाव इस प्रकार हैं:
- आर्थिक सहायता: किसानों को हर साल 6000 रुपये मिलने से उन्हें खेती के खर्च और घर के काम में मदद मिलती है।
- समय पर पैसा: किस्तें सीधे बैंक खाते में आने से किसानों को समय पर पैसा मिल जाता है।
- कर्ज से बचाव: इस पैसे से किसान छोटे-मोटे खर्चों के लिए कर्ज लेने से बच जाते हैं।
- खेती में निवेश: कई किसान इस पैसे का इस्तेमाल बीज, खाद और दूसरे जरूरी सामान खरीदने में करते हैं।
- आत्मनिर्भरता: नियमित आय से किसान थोड़ा आत्मनिर्भर महसूस करते हैं।
- डिजिटल लेनदेन: पैसे सीधे बैंक खाते में आने से किसान डिजिटल लेनदेन से जुड़ रहे हैं।
योजना से जुड़ी चुनौतियां
हालांकि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को मदद मिल रही है, फिर भी इसमें कुछ चुनौतियां हैं:
- पात्रता की जांच: सही किसानों को चुनना और गलत लोगों को रोकना एक बड़ी चुनौती है।
- डेटा की सही जानकारी: किसानों के सही डेटा का रखरखाव करना मुश्किल काम है।
- तकनीकी समस्याएं: कभी-कभी तकनीकी दिक्कतों की वजह से पैसे भेजने में देरी हो जाती है।
- जागरूकता की कमी: कुछ किसानों को अभी भी योजना के बारे में पूरी जानकारी नहीं है।
- बैंकिंग समस्याएं: कुछ दूर-दराज के इलाकों में बैंकिंग सुविधाएं कम हैं, जिससे पैसे निकालने में दिक्कत होती है।
- राशि की पर्याप्तता: कुछ लोगों का मानना है कि 6000 रुपये सालाना किसानों की जरूरतों के लिए काफी नहीं हैं।
योजना का भविष्य
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का भविष्य उज्जवल दिखाई दे रहा है। सरकार इस योजना को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रही है। भविष्य में इस योजना में कुछ बदलाव हो सकते हैं:
- राशि में बढ़ोतरी: महंगाई को देखते हुए सालाना राशि बढ़ाई जा सकती है।
- और किसानों को शामिल करना: योजना का दायरा बढ़ाकर और किसानों को इसमें शामिल किया जा सकता है।
- डिजिटल प्लेटफॉर्म: किसानों के लिए एक खास डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया जा सकता है जहां वे अपनी जानकारी आसानी से अपडेट कर सकें।
- किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ना: इस योजना को किसान क्रेडिट कार्ड से जोड़ा जा सकता है ताकि किसानों को और सुविधाएं मिल सकें।
- प्रशिक्षण कार्यक्रम: इस योजना के साथ किसानों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शुरू किए जा सकते हैं।
मोदी जी का धन्यवाद करते हैं और करते रहेंगे