Surya Grahan 2024 Date: 2 अक्टूबर 2024 को साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। इस सूर्य ग्रहण को लेकर खगोल विज्ञानियों और ज्योतिषियों में काफी उत्साह है। 9 साल बाद ऐसा दुर्लभ संयोग बन रहा है जब सूर्य ग्रहण पितृ अमावस्या के दिन पड़ रहा है। इसके अलावा यह ग्रहण कन्या राशि में लग रहा है जो कि बहुत खास माना जाता है।
इस सूर्य ग्रहण की एक और खास बात यह है कि इसके दौरान आकाश में ‘रिंग ऑफ फायर’ यानी आग का छल्ला दिखाई देगा। हालांकि यह नजारा भारत में दिखाई नहीं देगा। फिर भी इस ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। आइए इस लेख में जानते हैं इस दुर्लभ सूर्य ग्रहण के बारे में विस्तार से।
सूर्य ग्रहण क्या होता है?
सूर्य ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो तब होती है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच आ जाता है। इससे सूर्य का कुछ हिस्सा या पूरा सूर्य कुछ समय के लिए ढक जाता है। सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन ही लगता है।
सूर्य ग्रहण मुख्य रूप से तीन प्रकार के होते हैं:
- पूर्ण सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा पूरी तरह से सूर्य को ढक लेता है
- आंशिक सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा सूर्य का कुछ हिस्सा ही ढकता है
- वलयाकार सूर्य ग्रहण – जब चंद्रमा सूर्य के बीचोंबीच आ जाता है और सूर्य का किनारा दिखाई देता है
2 अक्टूबर 2024 को लगने वाला सूर्य ग्रहण वलयाकार सूर्य ग्रहण होगा। इसके दौरान आकाश में आग का छल्ला दिखाई देगा जो कि बेहद खूबसूरत नजारा होगा।
सूर्य ग्रहण 2024 की जानकारी
विवरण | जानकारी |
तिथि | 2 अक्टूबर 2024 |
प्रकार | वलयाकार सूर्य ग्रहण |
ग्रहण आरंभ | रात 9:13 बजे |
ग्रहण समाप्ति | रात 3:17 बजे |
कुल अवधि | 6 घंटे 4 मिनट |
राशि | कन्या |
नक्षत्र | हस्त |
भारत में दृश्य | नहीं |
सूतक काल | लागू नहीं |
सूर्य ग्रहण पर बन रहा दुर्लभ संयोग
इस सूर्य ग्रहण को लेकर कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं:
- 9 साल बाद सूर्य ग्रहण पितृ अमावस्या के दिन पड़ रहा है
- कन्या राशि में लग रहा है जो बहुत शुभ माना जाता है
- हस्त नक्षत्र में लग रहा है जो बुद्धि और कौशल का प्रतीक है
- ग्रहण के समय 5 ग्रह एक साथ कन्या राशि में होंगे
- शुक्र और शनि की दृष्टि सूर्य पर होगी
- नवरात्रि से एक दिन पहले लग रहा है
इन सभी कारणों से यह सूर्य ग्रहण बहुत ही खास और दुर्लभ माना जा रहा है। ज्योतिषियों का मानना है कि इसका प्रभाव काफी व्यापक और लंबे समय तक रहेगा।
सूर्य ग्रहण कहां दिखाई देगा?
यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। यह मुख्य रूप से इन क्षेत्रों में दिखाई देगा:
- उत्तरी अमेरिका
- दक्षिण अमेरिका
- प्रशांत महासागर
- अटलांटिक महासागर
- न्यूजीलैंड
- फिजी
- चिली
- अर्जेंटीना
- ब्राजील
- पेरू
भारत में इस समय रात होगी इसलिए यहां यह ग्रहण दिखाई नहीं देगा। हालांकि इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा।
क्या भारत में सूतक काल लागू होगा?
चूंकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इसलिए यहां सूतक काल लागू नहीं होगा। सूतक काल केवल उन्हीं क्षेत्रों में मान्य होता है जहां ग्रहण दिखाई देता है।
इसलिए भारत में इस दौरान सामान्य दिनचर्या जारी रख सकते हैं। मंदिर खुले रहेंगे और पूजा-पाठ भी कर सकते हैं। खाना बनाने और खाने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं होगा।
हालांकि जो लोग चाहें वे व्यक्तिगत रूप से कुछ सावधानियां बरत सकते हैं।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें?
यद्यपि भारत में सूतक काल लागू नहीं होगा, फिर भी कुछ सामान्य सावधानियां बरतना अच्छा रहेगा:
क्या करें:
- भगवान का स्मरण और मंत्र जाप करें
- दान-पुण्य करें
- ध्यान और योग करें
- पौष्टिक और सात्विक भोजन करें
- पॉजिटिव रहें और अच्छे विचार रखें
क्या न करें:
- नंगी आंखों से ग्रहण न देखें
- नए काम शुरू न करें
- महत्वपूर्ण निर्णय न लें
- गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी बरतें
- अत्यधिक भोजन न करें
- नकारात्मक विचारों से बचें
इन सामान्य बातों का ध्यान रखकर ग्रहण काल को सकारात्मक रूप से बिताया जा सकता है।
सूर्य ग्रहण का विभिन्न राशियों पर प्रभाव
हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, फिर भी इसका प्रभाव सभी 12 राशियों पर पड़ेगा। आइए जानते हैं किस राशि पर क्या असर होगा:
- मेष राशि – करियर में उन्नति के योग बनेंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।
- वृषभ राशि – परिवार में खुशियां आएंगी। नए अवसर मिलेंगे।
- मिथुन राशि – मानसिक तनाव कम होगा। यात्रा के योग बनेंगे।
- कर्क राशि – स्वास्थ्य का ध्यान रखें। परिश्रम से सफलता मिलेगी।
- सिंह राशि – प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी। आत्मविश्वास बढ़ेगा।
- कन्या राशि – नौकरी या व्यवसाय में तरक्की होगी। धन लाभ के योग हैं।
- तुला राशि – शिक्षा के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। यश और प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
- वृश्चिक राशि – पुराने रुके काम पूरे होंगे। मानसिक शांति मिलेगी।
- धनु राशि – परिवार में सुख-शांति रहेगी। आर्थिक लाभ होगा।
- मकर राशि – कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।
- कुंभ राशि – रुका हुआ धन मिलेगा। मान-सम्मान बढ़ेगा।
- मीन राशि – नए संबंध बनेंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी।
सूर्य ग्रहण के दौरान करें ये उपाय
सूर्य ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए कुछ सरल उपाय किए जा सकते हैं:
- सूर्य देव को जल अर्पित करें और सूर्य मंत्र का जाप करें
- तुलसी के पौधे की पूजा करें और उसे जल दें
- गायत्री मंत्र का जाप करें
- दान-पुण्य करें, विशेषकर सोना दान करना शुभ माना जाता है
- गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें
- शिव चालीसा या हनुमान चालीसा का पाठ करें
- ॐ ह्रीं सूर्याय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें
- पीपल के पेड़ की परिक्रमा करें और उसे जल चढ़ाएं
- भगवान विष्णु की पूजा करें
इन उपायों को करने से ग्रहण के दुष्प्रभाव कम होंगे और सकारात्मक ऊर्जा मिलेगी।
सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ रोचक बातें
- सूर्य ग्रहण को नंगी आंखों से देखना खतरनाक हो सकता है। इससे आंखों को नुकसान हो सकता है।
- एक वर्ष में अधिकतम 5 सूर्य ग्रहण लग सकते हैं। न्यूनतम 2 सूर्य ग्रहण तो हर साल लगते ही हैं।
- किसी एक स्थान पर हर 360 से 410 वर्ष में एक बार पूर्ण सूर्य ग्रहण दिखाई देता है।
- सूर्य ग्रहण के दौरान तापमान में 3 डिग्री तक की गिरावट आ सकती है।
- ग्रहण के समय पशु-पक्षी अजीब व्यवहार करने लगते हैं। कई पक्षी उड़ना बंद कर देते हैं।
- प्राचीन काल में लोग सूर्य ग्रहण को अशुभ मानते थे। कई सभ्यताओं में इसे किसी देवता के क्रोध का प्रतीक माना जाता था।
- वैज्ञानिक सूर्य ग्रहण का उपयोग सूर्य के बारे में नई जानकारियां हासिल करने के लिए करते हैं।