1 अक्टूबर से UPI पर बड़ा झटका! जानें क्यों ट्रांजैक्शन हो सकता है महंगा और कैसे आपकी जेब पर पड़ेगा असर New Rules From October

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यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ने भारत में डिजिटल भुगतान को आसान और सुविधाजनक बना दिया है। लेकिन अब इसमें कुछ बदलाव होने वाले हैं। 1 अक्टूबर 2024 से UPI ट्रांजैक्शन के नियमों में कुछ बदलाव किए जा रहे हैं। इन बदलावों का असर आम लोगों की जेब पर पड़ सकता है।

पिछले कुछ सालों में UPI का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। अगस्त 2024 में UPI के जरिए 14,963 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, जिनकी कुल राशि 20.60 लाख करोड़ रुपये थी। इतने बड़े पैमाने पर UPI का इस्तेमाल होने के कारण सरकार और बैंक इसे और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

UPI ट्रांजैक्शन में क्या बदलाव हो रहे हैं?

1 अक्टूबर 2024 से UPI ट्रांजैक्शन के नियमों में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए जा रहे हैं। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य UPI सिस्टम को और सुरक्षित बनाना और बड़े पेमेंट्स को आसान करना है। आइए इन बदलावों को विस्तार से समझते हैं:

बदलावविवरण
ट्रांजैक्शन लिमिटकुछ खास श्रेणियों के लिए 5 लाख रुपये तक
मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR)कुछ UPI ऐप्स पर लागू हो सकता है
ऑटो पेमेंट लिमिट15,000 रुपये से बढ़कर 1 लाख रुपये
UPI लाइटऑफलाइन लेनदेन की सीमा 200 रुपये से बढ़कर 500 रुपये
क्रेडिट कार्ड लिंकिंगसभी बैंकों के क्रेडिट कार्ड UPI से जुड़ सकेंगे
इंटरनेशनल UPIविदेशों में भी UPI का इस्तेमाल

1. ट्रांजैक्शन लिमिट में बदलाव

  • अब तक UPI से एक दिन में अधिकतम 1 लाख रुपये तक का लेनदेन किया जा सकता था।
  • नए नियम के तहत कुछ खास श्रेणियों के लिए यह लिमिट बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गई है।
  • ये श्रेणियां हैं:
    • टैक्स पेमेंट
    • अस्पताल के बिल
    • शिक्षा संस्थानों की फीस
    • बीमा प्रीमियम
    • म्युचुअल फंड में निवेश
  • आम लेनदेन के लिए 1 लाख रुपये की लिमिट जारी रहेगी।

2. मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) की संभावना

  • अभी तक UPI ट्रांजैक्शन पर कोई शुल्क नहीं लगता था।
  • लेकिन अब कुछ UPI ऐप्स पर MDR लागू हो सकता है।
  • MDR एक छोटा सा शुल्क है जो मर्चेंट को चुकाना होता है।
  • इससे UPI कंपनियों को अपने खर्च निकालने में मदद मिलेगी।
  • हालांकि, सरकार ने अभी तक इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की है।

3. ऑटो पेमेंट लिमिट में वृद्धि

  • UPI ऑटो पेमेंट की लिमिट 15,000 रुपये से बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दी गई है।
  • इससे बड़े बिलों का भुगतान आसान हो जाएगा।
  • उदाहरण के लिए, अब आप अपने बीमा प्रीमियम या म्युचुअल फंड SIP को आसानी से ऑटो पेमेंट पर सेट कर सकते हैं।

4. UPI लाइट में सुधार

  • UPI लाइट एक ऑफलाइन मोड है जिसमें इंटरनेट की जरूरत नहीं होती।
  • इसकी लिमिट 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये कर दी गई है।
  • इससे छोटे लेनदेन और भी आसान हो जाएंगे।

5. क्रेडिट कार्ड लिंकिंग

  • अब सभी बैंकों के क्रेडिट कार्ड UPI से जोड़े जा सकेंगे।
  • इससे क्रेडिट कार्ड से भुगतान करना आसान हो जाएगा।
  • लेकिन इस पर MDR लागू हो सकता है।

6. इंटरनेशनल UPI

  • भारत सरकार UPI को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार दे रही है।
  • अब कई देशों में भारतीय UPI का इस्तेमाल किया जा सकेगा।
  • इससे विदेश यात्रा के दौरान भुगतान आसान हो जाएगा।

इन बदलावों का क्या असर होगा?

ये बदलाव UPI सिस्टम को और मजबूत बनाएंगे। लेकिन इनका कुछ असर आम लोगों पर भी पड़ेगा:

  1. बड़े भुगतान आसान होंगे: 5 लाख रुपये तक की लिमिट से टैक्स, फीस, बीमा जैसे बड़े भुगतान UPI से किए जा सकेंगे।
  2. ऑटो पेमेंट सुविधाजनक: 1 लाख रुपये तक के ऑटो पेमेंट से बिलों का भुगतान आसान हो जाएगा।
  3. MDR का बोझ: अगर MDR लागू होता है, तो कुछ लेनदेन महंगे हो सकते हैं। यह बोझ मर्चेंट या ग्राहक पर पड़ सकता है।
  4. क्रेडिट कार्ड का फायदा: UPI से क्रेडिट कार्ड जुड़ने से क्रेडिट पर खरीदारी आसान होगी। लेकिन इस पर शुल्क लग सकता है।
  5. अंतरराष्ट्रीय लेनदेन: विदेश यात्रा के दौरान भारतीय UPI का इस्तेमाल करना आसान होगा।

क्या आपकी जेब पर पड़ेगा भारी?

इन बदलावों का आपकी जेब पर असर पड़ सकता है, लेकिन यह बहुत ज्यादा नहीं होगा:

  1. अगर MDR लागू होता है, तो कुछ लेनदेन पर छोटा सा शुल्क देना पड़ सकता है।
  2. क्रेडिट कार्ड से UPI पेमेंट पर शुल्क लग सकता है।
  3. बड़े लेनदेन आसान होंगे, जिससे बैंक जाने की जरूरत कम होगी।
  4. ऑटो पेमेंट से बिलों का भुगतान समय पर होगा, जिससे लेट फीस बचेगी।
  5. UPI लाइट से छोटे लेनदेन और भी सस्ते हो सकते हैं।

UPI का बढ़ता इस्तेमाल

पिछले कुछ सालों में UPI का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। यहां कुछ आंकड़े दिए गए हैं:

महीनाट्रांजैक्शन की संख्या (करोड़ में)ट्रांजैक्शन की राशि (लाख करोड़ रुपये में)
अगस्त 202414,96320.60
जुलाई 202414,43520.64
जून 202413,88520.07
मई 202414,03520.44
अप्रैल 202413,30319.64

इन आंकड़ों से पता चलता है कि UPI का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है। इसलिए सरकार और बैंक इसे और बेहतर बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

UPI के फायदे

UPI ने डिजिटल भुगतान को बहुत आसान बना दिया है। इसके कुछ प्रमुख फायदे हैं:

  • तेज और सुरक्षित लेनदेन
  • 24×7 उपलब्धता
  • कैशलेस लेनदेन की सुविधा
  • छोटे व्यापारियों के लिए आसान भुगतान विकल्प
  • बैंक खाते से सीधा जुड़ाव
  • कई भाषाओं में उपलब्ध

UPI का भविष्य

UPI के नए नियम इसे और भी बेहतर बनाएंगे। भविष्य में UPI से जुड़ी कुछ संभावनाएं हैं:

  1. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार
  2. AI और ML का इस्तेमाल करके और सुरक्षित लेनदेन
  3. वॉइस कमांड से पेमेंट
  4. बायोमेट्रिक सत्यापन
  5. ब्लॉकचेन तकनीक का इस्तेमाल

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