घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतों में हाल ही में ₹50 की बढ़ोतरी की गई है, जो 8 अप्रैल 2025 से लागू हो गई है। इस वृद्धि के बाद, उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले सिलेंडर की कीमत ₹503 से ₹553 हो गई है, जबकि गैर-उज्ज्वला योजना के तहत यह ₹803 से ₹853 हो गई है। यह बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है, जो जुलाई 2023 में $385 प्रति टन से बढ़कर अब $629 प्रति टन हो गई है
इस बढ़ोतरी से न केवल आम उपभोक्ताओं को बल्कि उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों को भी प्रभावित किया गया है। उज्ज्वला योजना के तहत लगभग 10.33 करोड़ लाभार्थी हैं, जिन्हें अब अधिक कीमत चुकानी होगी इस लेख में हम आपको बताएंगे कि घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की कीमतें क्यों बढ़ीं, नई कीमतें क्या हैं, और इसका उपभोक्ताओं पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
LPG Price Hike 2025
विशेषता | विवरण |
कीमत वृद्धि | ₹50 प्रति सिलेंडर |
नई कीमत (उज्ज्वला योजना) | ₹553 प्रति सिलेंडर |
नई कीमत (गैर-उज्ज्वला योजना) | ₹853 प्रति सिलेंडर |
लागू तिथि | 8 अप्रैल 2025 |
प्रभावित उपभोक्ता | उज्ज्वला योजना और गैर-उज्ज्वला योजना दोनों |
अंतरराष्ट्रीय कीमतें | $629 प्रति टन |
उद्देश्य | राजस्व वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय कीमतों का संतुलन |
एलपीजी कीमत वृद्धि का कारण
एलपीजी की कीमतों में वृद्धि का मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों में वृद्धि है। जुलाई 2023 में एलपीजी की कीमत $385 प्रति टन थी, जो अब बढ़कर $629 प्रति टन हो गई है. इस वृद्धि के कारण भारत में भी एलपीजी की कीमतें बढ़ानी पड़ रही हैं।
क्यों बढ़ी कीमतें?
- अंतरराष्ट्रीय कीमतें: एलपीजी की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि।
- राजस्व वृद्धि: सरकार को राजस्व बढ़ाने की आवश्यकता।
- उपभोक्ता बोझ: उपभोक्ताओं पर सीधा बोझ न पड़े, इसलिए कीमतें बढ़ाई गईं।
नई कीमतें और उनका प्रभाव
उज्ज्वला योजना के तहत नई कीमत
- पुरानी कीमत: ₹503 प्रति सिलेंडर
- नई कीमत: ₹553 प्रति सिलेंडर
गैर-उज्ज्वला योजना के तहत नई कीमत
- पुरानी कीमत: ₹803 प्रति सिलेंडर
- नई कीमत: ₹853 प्रति सिलेंडर
शहरवार कीमतें
शहर | नई कीमत (गैर-उज्ज्वला योजना) |
दिल्ली | ₹853 |
लखनऊ | ₹890.50 |
पटना | ₹951 |
जयपुर | ₹856.50 |
कोलकाता | ₹879 |
मुंबई | ₹852.50 |
चेन्नई | ₹858.50 |
उपभोक्ताओं पर प्रभाव
एलपीजी की कीमतों में वृद्धि का उपभोक्ताओं पर सीधा प्रभाव पड़ता है:
- अधिक खर्च: उपभोक्ताओं को अब अधिक पैसे चुकाने होंगे।
- बजट प्रभावित: घरेलू बजट पर इसका सीधा असर होगा।
- विकल्पों की तलाश: लोग वैकल्पिक ईंधन की तलाश कर सकते हैं।
उज्ज्वला योजना और इसका महत्व
उज्ज्वला योजना भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य गरीब परिवारों को स्वच्छ ईंधन प्रदान करना है। इस योजना के तहत लगभग 10.33 करोड़ लाभार्थी हैं, जिन्हें मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए जाते हैं. हालांकि, अब इन लाभार्थियों को भी अधिक कीमत चुकानी होगी।
उज्ज्वला योजना के लाभ
- स्वच्छ ईंधन: लकड़ी और गोबर के धुएं से मुक्ति।
- स्वास्थ्य लाभ: स्वच्छ ईंधन से स्वास्थ्य में सुधार।
- आर्थिक सहायता: गरीब परिवारों को आर्थिक सहायता।
निष्कर्ष
एलपीजी की कीमतों में वृद्धि ने उपभोक्ताओं को एक बड़ा झटका दिया है। यह वृद्धि अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है। उज्ज्वला योजना के लाभार्थियों सहित सभी उपभोक्ताओं को अब अधिक कीमत चुकानी होगी। यदि आप एलपीजी का उपयोग करते हैं तो आपको अपने घरेलू बजट को संशोधित करना पड़ सकता है।
Disclaimer: यह लेख वास्तविक जानकारी पर आधारित है। एलपीजी की कीमतों में वृद्धि 8 अप्रैल 2025 से लागू हो गई है, जिसमें उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर की कीमत ₹503 से ₹553 और गैर-उज्ज्वला योजना के तहत ₹803 से ₹853 हो गई है। यदि आपको किसी प्रकार की समस्या हो रही है, तो आप संबंधित अधिकारियों से संपर्क कर सकते हैं।