घर में Cash रखने की सीमा तय: Income Tax कर सकता है जब्त, जानिए कितने रुपये तक है Safe Limit

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आज के समय में कैश रखना एक सामान्य बात है, लेकिन यदि आप घर में बड़ी मात्रा में नकदी रखते हैं और उसका स्रोत स्पष्ट नहीं है, तो यह आयकर विभाग की जांच का कारण बन सकता है। Income Tax Act, 1961 के तहत, किसी भी व्यक्ति को अपने घर या ऑफिस में नकदी रखने की अनुमति है, बशर्ते वह वैध स्रोतों से प्राप्त हो और आयकर रिटर्न (ITR) में घोषित हो।

हालांकि, यदि नकदी का स्रोत स्पष्ट नहीं है या वह अनअकाउंटेड है, तो आयकर विभाग उसे जब्त कर सकता है और भारी जुर्माना लगा सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि घर में नकदी रखने की क्या सीमा है, आयकर विभाग के नियम क्या हैं, और कैसे आप इन नियमों का पालन करके किसी भी कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं।

Cash Limit At Home

विशेषताजानकारी
कैश रखने की सीमाकोई निर्धारित सीमा नहीं, लेकिन स्रोत स्पष्ट होना चाहिए
अनअकाउंटेड कैश पर जुर्माना137% तक
कैश ट्रांजैक्शन लिमिट₹2 लाख प्रति दिन
लोन/डिपॉजिट कैश लिमिट₹20,000
रियल एस्टेट ट्रांजैक्शन कैश लिमिट₹20,000 प्रति ट्रांजैक्शन
पैन कार्ड आवश्यकता₹50,000 से अधिक ट्रांजैक्शन के लिए
आयकर छापे का परिणामनकदी जब्त और जुर्माना

घर में नकदी रखने के नियम

वैध स्रोत और ITR में घोषणा

आयकर अधिनियम के अनुसार, आप अपने घर में कोई भी राशि नकद रख सकते हैं, बशर्ते वह वैध स्रोतों से प्राप्त हो और आपकी आयकर रिटर्न (ITR) में घोषित हो।

अनअकाउंटेड कैश पर कार्रवाई

यदि आपकी नकदी का स्रोत स्पष्ट नहीं है या वह आपके वित्तीय रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है, तो आयकर विभाग उसे अनअकाउंटेड इनकम मान सकता है। ऐसी स्थिति में:

  • नकदी जब्त की जा सकती है।
  • 78% टैक्स और 137% तक जुर्माना लगाया जा सकता है।

कैश ट्रांजैक्शन से जुड़े महत्वपूर्ण नियम

Section 269ST: कैश ट्रांजैक्शन लिमिट

  • एक दिन में ₹2 लाख से अधिक की नकद राशि स्वीकार करना प्रतिबंधित है।
  • यह नियम व्यक्तिगत लेन-देन, शादी या अन्य आयोजनों पर लागू होता है।

Section 269SS: लोन/डिपॉजिट कैश लिमिट

  • ₹20,000 से अधिक का लोन या डिपॉजिट नकद में स्वीकार करना प्रतिबंधित है।

Section 40A(3): व्यय सीमा

  • ₹10,000 से अधिक के खर्च को नकद में भुगतान करने पर वह व्यय आयकर अधिनियम के तहत अयोग्य माना जाएगा।

रियल एस्टेट ट्रांजैक्शन

  • ₹20,000 से अधिक की राशि नकद में भुगतान करना प्रतिबंधित है।

आयकर छापे के दौरान क्या होता है?

आयकर विभाग द्वारा छापे के दौरान निम्नलिखित कदम उठाए जाते हैं:

  1. नकदी का स्रोत पूछा जाता है।
  2. यदि स्रोत स्पष्ट नहीं होता तो नकदी को जब्त कर लिया जाता है।
  3. जुर्माना और टैक्स लगाया जाता है।

जुर्माने की गणना:

  • अनअकाउंटेड नकदी पर 78% टैक्स।
  • अतिरिक्त 59% जुर्माना (कुल 137%)।

कैश रखने से बचने के लिए सुझाव

  1. सभी लेन-देन रिकॉर्ड करें: अपनी सभी नकद लेन-देन को सही तरीके से रिकॉर्ड करें।
  2. ITR फाइल करें: अपनी आय और नकद जमा को ITR में घोषित करें।
  3. बैंकिंग चैनल का उपयोग करें: बड़े लेन-देन के लिए बैंकिंग चैनल जैसे चेक या ऑनलाइन भुगतान का उपयोग करें।
  4. पैन कार्ड का उपयोग करें: ₹50,000 से अधिक की राशि जमा करने या निकालने पर पैन कार्ड का उपयोग करें।
  5. स्रोत स्पष्ट रखें: अपनी नकदी का स्रोत स्पष्ट रखें ताकि जांच के दौरान कोई समस्या न हो।

कैश ट्रांजैक्शन सीमा

ट्रांजैक्शन प्रकारलिमिट (₹)
दैनिक कैश ट्रांजैक्शन₹2 लाख
लोन/डिपॉजिट₹20,000
रियल एस्टेट ट्रांजैक्शन₹20,000 प्रति ट्रांजैक्शन
पैन कार्ड आवश्यकता₹50,000 से अधिक
संपत्ति खरीद/बिक्री₹30 लाख से अधिक
बैंक खाते में जमा सीमा₹10 लाख प्रति वित्तीय वर्ष

निष्कर्ष

घर में नकदी रखना गैरकानूनी नहीं है, लेकिन इसका स्रोत स्पष्ट होना चाहिए और उसे आयकर रिटर्न (ITR) में घोषित किया जाना चाहिए। यदि आप इन नियमों का पालन करते हैं तो आप किसी भी कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं।

आयकर विभाग द्वारा लगाए गए नियमों का उद्देश्य काले धन को रोकना और आर्थिक लेन-देन को पारदर्शी बनाना है। इसलिए बड़े लेन-देन के लिए बैंकिंग चैनल का उपयोग करें और अपनी वित्तीय जानकारी को सही तरीके से रिकॉर्ड करें।

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Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से लिखा गया है। कृपया आयकर नियमों की सटीक जानकारी के लिए संबंधित अधिकारियों या विशेषज्ञों से संपर्क करें। यहां दी गई जानकारी समय-समय पर बदल सकती है।

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